यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट



नव दिन पूजा पाठ दसवें दिन ढोल-नगाड़े के साथ मातारानी का विसर्जन.
आदर्श आचार संहिता के कारण नहीं बजे डीजे.
हर वर्ष अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक शारदीय नवरात्र मनाई जाती है। शारदीय नवरात्र के दौरान जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ रूपों की विशेष पूजा अर्चना की जाती है ।और इसके हवन कर मां दुर्गा जी प्रतिमाओं की झांकी निकालकर विसर्जन किया गया जो इस वर्ष आगामी होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर विधासभा निर्वाचन 2023 होने के कारण जिले में आदर्श आचार संहिता लगने के बाद से शारदीय नवरात्रि का त्यौहार शासन की निगरानी में बड़े उत्साह के साथ धूम-धाम से मनाया गया। नगर के कई स्थानों पर विराजमान जगत जननी मां जगदम्बा विराजमान रही है। श्रद्धालुओं ने नवदिन तक पूजा अर्चना कर साधना में लीन होकर मन्नते मांगी है और दसवें दिन मातारानी जगत जननी का विसर्जन किया। इस दौरान अचार संहिता के पालन के कारण नगर डीजे मुक्त रहा। पुरानी संस्कृति अनुसार इस बार ढोल-नगाड़े व बैंड बाजा के साथ नगर में फेरी और जवारे के साथ-साथ दुर्गा माता का विसर्जन किया गया। पुरानी परम्परा अनुसार इस वर्ष बिना ध्वनि प्रदूषण के शांति पूर्ण ढंग से ढोल-नगाड़े बजाकर विसर्जन की खुशी से लोग उत्साहित दिखे। इस वर्ष विसर्जन कार्यक्रम डीजे के शोरगुल से मुक्त होने पर नगर के बुद्धजीवी वर्ग ने प्रशासन की सराहना की