October 16, 2025

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छत्तीसगढ़ लायंस

अंतरराज्यीय (गौ -वंश) तस्करी के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही हेतु मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ पुलिस की संयुक्त बैठक की गई आहूत…

यीशै दास संभाग प्रतिनिधि (सरगुजा)की खास खबर

राजनगर में आयोजित हुई( इंटर स्टेट बॉर्डर -मीटिंग)

थाना -मरवाही पुलिस द्वारा विगत दिनों चलाए गए विशेष अभियान के तहत गौवंश तस्करी नेटवर्क में केंद्रीय भूमिका निभाने वाले कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
इस कार्रवाई में मध्यप्रदेश के कोतमा क्षेत्र का अपराधी लखन साहू एवं कोटमी क्षेत्र का दौलत राम राठौर पुलिस के हत्थे चढ़े।
इन गिरफ्तारियों ने (अंतरराज्यीय गौवंश) तस्करी नेटवर्क पर करारा प्रहार किया है।

शासन की मंशा एवं पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार गौवंश- तस्करी समेत संगठित अपराधों की रोकथाम हेतु प्रभावी रणनीति बनाने के उद्देश्य से दिनांक 18 सितम्बर 2025 को राजनगर (मध्यप्रदेश) में अंतरराज्यीय सीमा समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक में (छत्तीसगढ़ )एवं (मध्यप्रदेश )के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हुए।

बैठक में अंतरराज्यीय सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ते अपराधों जैसे- गौवंश तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, पशु बाजारों के दुरुपयोग, चोरी और संगठित गिरोहों की गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा की गई।
सीमावर्ती मार्गों पर विशेष निगरानी, नाकेबंदी और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था को सुदृढ़ करने का निर्णय लिया गया।
साथ ही दोनों राज्यों की पुलिस द्वारा संयुक्त गश्त एवं चेकिंग करने, सक्रिय गिरोहों पर सतत निगरानी रखने और आवश्यकता पड़ने पर उनकी (हिस्ट्रीशीट )खोलने पर सहमति बनी।

बैठक में यह भी तय किया गया कि सीमा से 50 किलोमीटर के दायरे में स्थित (संदिग्ध पशु बाजारों) को स्थानांतरित करने अथवा उनके लाइसेंस निरस्त करने हेतु प्रस्ताव भेजे जाएंगे।
गौवंश एवं अन्य तस्करी गतिविधियों में संलिप्त आदतन अपराधियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

दोनों राज्यों की पुलिस ने (रियल टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग) के लिए( संयुक्त व्हाट्सएप ग्रुप) बनाने तथा अधिकारियों के बीच सीधा संपर्क बनाए रखने पर बल दिया। इसके अलावा सूचना प्राप्त होते ही त्वरित संयुक्त कार्यवाही करने और त्यौहार एवं मेलों के दौरान विशेष चौकसी बरतने पर भी सहमति व्यक्त की गई।

सीमावर्ती -थाना प्रभारियों एवं अधिकारियों की मासिक समन्वय बैठकें नियमित रूप से आयोजित करने का निर्णय भी लिया गया। बैठक आपसी सहयोग और समन्वय की भावना के साथ सम्पन्न हुई, जिसमें यह आश्वस्त किया गया कि शासन की मंशानुसार गौवंश तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी एवं अन्य संगठित अपराधों के विरुद्ध संयुक्त अभियान और सतत कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।