December 23, 2024

Chhattisgarh Lions

छत्तीसगढ़ लायंस

वन विभाग की निष्क्रियता …राष्ट्रीय पशुओं की हो रही मृत्यु आखिरकार जिम्मेदार कौन..

यीशै दास संभाग प्रतिनिधि (सरगुजा)की खास रिपोर्ट

वन विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति

हम आपको बता दें कि सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार अभी हाल ही में कुछ दिनों पूर्व गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान परिक्षेत्र अंतर्गत एक बाघ की मृत्यु हुई थी। वहीं अब एक तेंदुआ की मौत हो गई है। जबकि शासन द्वारा ऐसा भी नहीं की वन विभाग को राष्ट्रीय पशुओं की सुरक्षा हेतु सहायता राशि न दी जाती हो बावजूद एक के बाद एक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में राष्ट्रीय पशुओं की लगातार मौत होने का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा
उक्त संबंध में संचालक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति माध्यम उक्त संबंध की जानकारी प्राप्त हो रही है। उक्त प्रेस विज्ञप्ति लगातार जमकर वायरल भी हो रही है। जिसमें यह दर्शाया गया है ।कि दिनांक 15/11/24 को क्षेत्रीय कर्मचारियों की गस्ती के दौरान बीट टामापहाड , सर्किल देवसील , पार्क परिक्षेत्र कमर्जी अंतर्गत एक तेंदुआ के मृत्यू की सूचना प्राप्त हुई है ।घटना की पुष्टि उपरांत क्षेत्रिय कर्मचारियों द्वारा वरिष्ठ अधिकारी को देर रात घटना की सूचना दी गई । उक्त घटनास्थल दुर्गम पहाड़ी , संचार साधन (नेटवर्क) विहीन क्षेत्र में स्थित है। दिनांक 16/11/24 को वन संरक्षक (वन्य प्राणी) सरगुजा वन वृत्त अंबिकापुर संचालक गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान, पशु चिकित्सकों की टीम, गोमर्डा , अभयारण्य के डॉग स्क्वायड टीम द्वारा घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र में पतासाजी किया गया स्थल निरीक्षण उपरांत विभागीय अधिकारी/कर्मचारी ग्रामीणों की उपस्थिति में तीन सदस्य पशु चिकित्सक दल के द्वारा शव विच्छेदन (पोस्टमार्टम) किया गया पशु चिकित्सीय परीक्षण के दौरान तेंदुए के स्किन, नाखून, दांत,एवं सभी अंग सुरक्षित पाये गये मृत तेंदूए के आवश्यक सेंपल को प्रयोगशाला परीक्षण हेतु प्रीजर्व किया गया शव विच्छेदन (पोस्टमार्टम) उपरांत शव का नियमानुसार दाह संस्कार किया गया घटना की गंभीरता को देखते हुए डांग सपायड टीम , स्ट्राईक फोर्स, क्षेत्रिय कर्मचारियों के संयुक्त टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही की जा रही है ‌।(डिटेल) पोस्टमार्टम रिपोर्ट उपरांत ही मृत्यु के संभावित कारणों के विषय में जानकारी प्राप्त होगी तेंदुआ के मृत्यू की सभी कारणों की विवेचना की जा रही है।

बरहाल देखना होगा कि वन विभाग अब क्या एक्शन लेता है। कारण बाघ की मौत पर एक के बाद एक कर्मचारी को सस्पेंड करने की कार्रवाई की गई थी। या फिर यूं कहें इस घटना को भी ठंडे बस्ती में डाल किसी और घटना का इंतजार करते रहेंगे । सूत्र यह भी बताते हैं कि जहां पर बाघ मृत्यु हुई थी वहीं से महज 2 किलोमीटर दूरी पर तेंदुए का शव बरामद हुआ है।