December 22, 2024

Chhattisgarh Lions

छत्तीसगढ़ लायंस

सायबर अपराधियों का अन्तर्राजीय गिरोह (झारखंड)से चढ़ा एमसीबी पुलिस के हत्थे…Apk नामक फाईल माध्यम देते थे सायबर अपराध की घटना को अंजाम…

यीशै दास संभाग प्रतिनिधि (सरगुजा)की खास रिपोर्ट

एमसीबी पुलिस की गिरफ्त में ठगी के आरोपीगण
प्रेस वार्ता को संबोधित करते पुलिस अधीक्षक एमसीबी
ठगी में प्रयुक्त किया गया समान

हम आपको बता दें कि एक बड़ा ही साइबर ठगी का मामला मीडिया के संज्ञान में आया है। जहां छत्तीसगढ़ की एमसीबी जिला पुलिस द्वारा बड़े ही तत्परता के साथ वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा- निर्देश एवं मार्गदर्शन के आधार पर ठग गिरोह का पर्दाफाश करने में बड़ी सफलता हाथ लगी है। वहीं उक्त आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार कर एमसीबी जिला लाया गया है। एपीके फाइल नामक साइबर ठगी के मामले पर छत्तीसगढ़ की पहली बड़ी कार्यवाही निकाल कर सामने आई है। जिसकी चर्चाएं भी हो रही और आम जनता एमसीबी पुलिस की इस कार्यवाही का भरी पूरी प्रशंसा व्यक्त कर रहे हैं।
उक्त संबंध में पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार से है। कि एमसीबी जिले के सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत सायबर अपराध को अंजाम देकर लगभग 2 लाख रुपयों की ठगी करने वाले 05 आरोपियों को मनेन्द्रगढ़ पुलिस ने (झारखंड )से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली है।
।साथ ही उनके कब्जे से 2 लाख 85 हजार रुपयों का माल मरूषका भी बरामद  कर लिया गया है।
वही उक्त पूरे मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक एमसीबी चंद्रमोहन सिंह ने बताया की प्रार्थी-वसीम आ. समीम उम्र लगभग 25 वर्ष निवासी वार्ड न. 04 मौहारपारा थाना मनेन्द्रगढ़ जिला एमसीबी (छ.ग.) का थाना आकर लिखित शिकायत पत्र प्रस्तुत किया कि दिनांक 7/11/2024 को प्रार्थी- के मोबाईल पर एक अज्ञात मोबाईल से फोन आया। फोन पर कहा गया की जियो कंपनी का प्रतिनिधि बोल रहा हूँ। आपके फोन पर एक ओटीपी आया होगा कह कर ओटीपी की मांग की गई। प्रार्थी के द्वारा उक्त ओटीपी को नहीं दिया गया। इसी बात पर अज्ञात फोन कालर के द्वारा ओटीपी नही बताने पर सिम को बंद करने की बात कहा गया। तत्पश्चात 08/11/24 को अचानक उक्त प्रार्थी- के मोबाईल नंबर में नेटवर्क आना बंद हो गया। एवं जियो आफिस जाने पर बंद होने की जानकारी नही मिल पाई। 11 नवम्बर 2024 को प्रार्थी के द्वारा अपने एचडीएफसी बैंक के खाता से पैसा निकलवाने के लिये चेक करवाया गया तो प्रार्थी के खाते से 9 नवम्बर 2024 से 11 नवम्बर 2024 तक कुल लगभग 1,99,802 रूपये यूपीआई के माध्यम से मोबाईल  में ट्रांसफर किया गया है ।जबकि प्रार्थी के द्वारा कोई भी ट्रांजेक्सन नही किया गया है। किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा प्रार्थी- के सीम को हैक कर प्रार्थी के खाते से गलत तरीके से धोखा कर कुल 1,99,802 रूपये का आहरण किया गया है।
प्रार्थी -की रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया।तथा पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग और पुलिस अधीक्षक एमसीबी चन्द्रमोहन सिंह के निर्देशन पर  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एमसीबी अशोक वाडेगांवकर के मार्गदर्शन में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी मनेन्द्रगढ़ ए. टोप्पों के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम गठित किया गया। जांच में यह पाया गया की प्रकरण में नये तरीके से सायबर अपराधी द्वारा घटना कारित करने के तरीके से ई-सिम के माध्यम से प्रार्थी के खाते से ऑनलाईन फ्राड किया गया। उक्त पूरे प्रकरण में गहन विश्लेषण कर अज्ञात सायबर अपराधियों की पतासाजी किया गया एवं (झारखण्ड )की राजधानी (रांची )से उक्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
क्रमशः आरोपीगण
1-  मिथलेश कुमार दास आ. विजय कुमार दास उम्र करीब 27 वर्ष निवासी -ग्राम- गोनइया थाना- पाथरोल मधुपुर जिला- देवधर झारखंड

2- सत्यानंद कुमार दास आ.जगन दास उम्र लगभग 26 वर्ष निवासी -चरकमारा थाना- सारठ जिला- देवघर झारखंड

3 – रिनाल कुमार दास आ. सुधीर दास उम्र करीब 29 वर्ष निवासी -ग्राम- चारधरा सांरावा जिला- देवधर झारखंड

4- संतोष कुमार दास आ .सुखदेव दास उम्र करीब 33 वर्ष निवासी -फुलचुआ थाना- सारठ जिला- देवघर झारखंड

5- कुंदन कुमार दास आ .बालेश्वर दास उम्र लगभग 30 वर्ष निवासी- ग्राम- चरपा थाना -मधुपुर जिला- देवघर झारखंड

   उक्त  आरोपियों के द्वारा अन्य राज्यो मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, उड़ीसा, महाराष्ट्र एवं भारत के अन्य राज्यों में भी अपराध घटित किया गया है। आरोपियों द्वारा जुर्म करना स्वीकार करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेज दिया गया।
उक्त सभी आरोपी देवघर जिला के रहने वाले है। जो वर्तमान में देवघर तथा उससे लगे (जामताड़ा) जिला सायबर ठगी के मामले में हब के रूप में जाना जाता है। इसलिये सभी आरोपी वहाँ से दूर अपना ठिकाना राजधानी -रांची में बनाये है ।जो रांची के रिहायसी इलाकों में किराये के मकान लेकर सायबर ठगी का काम संचालित करते थे। प्रकरण का आरोपी- कुंदन दास पूर्व- में सायबर ठगी के मामले में सायबर थाना- देवघर के अप.क्र 25/2022 में गिरफ्तार होकर( जेल में निरूद्ध )रह चूका है। जेल में रहने के दौरान सायबर ठगी के विभिन्न मामलों को सीखा है। जेल से बाहर आकर अन्य आरोपियों को भी सायबर ठगी के लिये प्रशिक्षित किया है।

उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में मुख्य रूप से अन्तर्राजीय गिरोह को पकड़ने में थाना प्रभारी/निरीक्षक जनकपुर दीपेश सैनी, थाना प्रभारी उप निरीक्षक मनेंद्रगढ़ कोतवाली सुनील तिवारी, स.उ.नि अभिषेक पाण्डेय, प्र.आर. इस्तियाक खान, जुनास एक्का, पुष्कल सिन्हा, प्रिंस राय, राकेश शर्मा, जितेन्द्र ठाकुर, राकेश तिवारी सहित झारखंड पुलिस से थाना प्रभारी चुटिया रांची से लक्ष्मीकांत ,उप निरीक्षक जितेन्द्र मिश्र, स.उ.नि विश्वनाथ चौधरी की बड़ी सराहनीय भूमिका रही