December 23, 2024

Chhattisgarh Lions

छत्तीसगढ़ लायंस

ग्राम पंचायत- चनवारीडाड वार्ड नंबर 18 के वार्ड वासी बुनियादी सुविधाओं से वंचित… जगह-जगह गंदगी का अंबार… आखिर जिम्मेदार कौन ???

यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ रिपोर्ट।

हम आपको बता दें कि इन दिनों भरतपुर सोनहत विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत चनवारीडांड में स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है की ग्राम- पंचायत चनवारीडांड क्षेत्र अंतर्गत आने वाला वार्ड क्रमांक 18 जो मलाई भट्ठा के नाम से जाना पहचाना जाता है जहां इन दिनों जगह- जगह पर सिर्फ गंदगी ही गंदगी दिखाई पढ़ती हैं। साथ ही साथ वहां केे निवासरत कुछ लोगों ने अपना नाम ना बताने की शर्त पर मिडिया को जानकारी दें बताया कि उक्त ग्राम- पंचायत चनवारीडांड के सरपंच/ सचिव के द्वारा वार्ड वासियों को घरों का कचरा हेतु बाल्टी का तो वितरण कर दिया गया है। लेकिन वार्ड वासियों के घरों से कचरा उठाने सफाई कर्मचारी नहीं भेजे जाते हैं जिस कारण से मजबूरी वश उक्त वार्ड वासियों को अपने-अपने घरों का कचरा क्रिश्चियन कब्रिस्तान क्षेत्र में फेंकना पढ़ रहा है जबकि शासन के नियमानुसार स्वच्छ भारत स्वच्छता अभियान के तहत प्रत्येक नगर पालिका सहित ग्राम पंचायतों में लोगों के घरों का
कचरा गंदगी उठाने हेतु प्लेसमेंट सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति भी करा दी गई है इसके बावजूद उक्त वार्ड का कचरा उठाने सरपंच सचिव के द्वारा प्लेसमेंट सफाई कर्मचारियों को नहीं भेजा जाता है जबकि उक्त वार्ड वासियों की समस्याओं से जनप्रतिनिधि भी वाकिफ है किंतु वें कभी भी वार्ड वासियों की सुध लेने तक नहीं आते इसके अतिरिक्त उक्त वार्ड क्रमांक 18 में वार्ड वासियों के पेयजल का एकमात्र सुविधा वही एक कुआं भी स्थित है लेकिन उक्त कुए की कभी भी सफाई तक नहीं कराई गई उक्त वजह से पूरा कुआं गंदगी और कचरे से भरा बसबजा रहा है जिसने से निकल रही दुर्गंध से वार्ड वासियों का सांस लेना तक दुभर हो रहा है वही गंदगी से प्राण घातक बीमारी फैलाने वाले मच्छर, मक्खियां आदि भारी मात्रा में पनप रहे हैं इसके बावजूद उक्त ग्राम पंचायत चनवारीडांड के सरपंच सचिव कुंभकरणी नींद में सोते नजर आ रहे हैं
साथ ही उक्त संबंध में सूत्र यह भी बताते हैं कि उक्त ग्राम पंचायत के कचरा घर का लोकार्पण मान.स.वि.प्रा विधायक गुलाब कमरों के द्वारा किया गया था जिसका सिर्फ लोकार्पण ही हुआ है । जिसका ग्राम वासियों को लाभ ही नहीं मिल पा रहा है। इस तरह उक्त क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता रवैयो की वजह से उक्त कचड़े घर पर हमेशा ताला लगा रहता है। जिसका वार्ड वासियों को लाभ नहीं मिल पा रहा है |अब देखना यह होगा कि कब तक उक्त क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधियों की आंख खुलती है | जो स्वच्छ भारत स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा वार्ड वासियों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित कर रखे हैं|
इस प्रकार के रवैया से वार्ड वासियों में आक्रोश व्याप्त है…
आखिर जिम्मेदार कौन???