February 5, 2025

Chhattisgarh Lions

छत्तीसगढ़ लायंस

नल तथा सफाई कर्मचारियों की ओर नहीं दिया जा रहा कोई ध्यान… सरकार पर उठ रहे सवाल…

👉यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट

हम आपको बता दें कि सूत्रों द्वारा मिली जानकारी अनुसार इन दिनों छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है जो गरीबों की हितैषी सरकार बताई जाती है तथा कई जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ निचले स्तर के छोटे कर्मचारियों तक पहुंचाने हेतु छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मान. भूपेश बघेल द्वारा पहल भी की जा रही है लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि नल तथा सफाई कर्मचारियों की ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है कारण कि ऐसा इसलिए कहना पड़ रहा है कि मनेंद्रगढ़ नगर पालिका परिषद मे नल कर्मचारियों को सिर्फ प्राइवेट रखकर कराया जा रहा है जबकि कुछ ऐसे भी नल कर्मचारी हैं जो वर्षों से अपनी सेवाएं विभिन्न वार्डों में लगातार दे रहे हैं फिर चाहे फिर गर्मी हो ठंडी हो बरसात हो किसी भी वार्ड में कोई भी समस्या होने से तत्पर खड़े रहने वाले नल कर्मचारियों की कोई सुध लेने वाला नहीं है अगर वे अपना कार्य करना छोड़ दें तो कई वार्डों में पानी सहित सफाई की गंभीर समस्या भी बन सकती है सूत्रों द्वारा मीडिया को यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि नगर पालिका परिषद मनेंद्रगढ़ में पुराने हो चुके नल कर्मचारियों को सरकार के गाइडलाइन अनुसार आदेश जारी कराने हेतु पहल कर ऐसे कर्मचारियों को रेगुलर करते हुए वेतन दिया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है उक्त वजह से नल कर्मचारियों को अपने परिवार का भरण पोषण करने हेतु काफी परेशानियों का सामना उठाना पड़ रहा है कुछ ऐसे भी कर्मचारी हैं जो अपना नाम ना बताने की शर्त पर जानकारी दे बताएं कि पूर्व के शासनकाल में भी हमारी कोई सुध नहीं ली गई है और वर्तमान सरकार में भी हमारी कोई सुध नहीं ली जा रही है तथा पूर्व में छत्तीसगढ़ के मान.मुख्यमंत्री के पास रायपुर जा अपनी समस्याओं को रखा गया था लेकिन अब तक हमारी अपेक्षाओं को दर किनारा किया गया है सूत्र यह भी बताते हैं कि नल कर्मचारियों के साथ-साथ सफाई कर्मचारियों को भी प्राइवेट रख कार्य कराया जा रहा है जबकि छ. ग शासन द्वारा स्वच्छता के प्रति जागरूक करने में अपनी अहम भूमिका निभाने वाले उक्त सफाई कर्मचारियों द्वारा शासन की योजना के अंतर्गत आने वाले डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने का कार्य मनेंद्रगढ़ क्षेत्र अंतर्गत के विभिन्न वार्डों मे लगातार किया जा रहा है के पश्चात जिस समय लोग अपने घरों से निकल नहीं रहे थे उस वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौर में भी सफाई कर्मचारी बिना हिचके बिना डरे लोगों के घर घर जाकर कचरा उठाने का बीड़ा उठाया था बावजूद उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है ऐसे में निचले स्तर के कर्मचारियों का मनोबल भी गिरता है जो पूरी निष्ठा ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं अब देखना यह होगा कि आखिरकार कब तक छोटे कर्मचारियों की सुध ली जाती है या फिर यूं कहें इसे भी ठंडे बस्ते में डाल हाथ में हाथ धरे स्थानीय प्रशासन मौन धारण करे बैठे रहेगी