हम आपको बता दें कि एमसीबी जिला बनने के बाद भी मनेंद्रगढ़ शहर के चौक चौराहों में आवारा पशुओं के विचरण करते रहने से आए दिन दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है लेकिन नगर प्रशासन द्वारा उक्त दिशा में सख्त कार्रवाई नहीं करने के कारण से पशु पालकों का मनोबल बढ़ा हुआ है जो दूध निकालने के बाद अपने अपने पशुओं को शासन द्वारा लाखों रुपए खर्च कर बनवाए गौठान में ना रख कर उक्त पशुओं को मंडनगढ़ शहर के चौक चौराहों पर खुला छोड़कर दुर्घटना को आमंत्रण देते आ रहे उक्त पशुपालकों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन नगर प्रशासन कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करती नजर आ रही है अभी हाल ही में एनसीबी जिले का उद्घाटन करने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल जीके मनेंद्रगढ़ नगर प्रवास के समय ही नगर प्रशासन द्वारा आवारा पशु अधिनियम के तहत मात्र 1 दिन ही ताबड़तोड़ कार्यवाही कर उक्त मवेशियों को गौठान में छोड़ने के बजाय जंगल में छोड़ दिया गया था जहां से उक्त पशु फिर से शहर के अंदर प्रवेश होकर चौक चौराहों पर आतंक मचाए हुए हैं उसके बाद से फिर वही आलम देखने को मिल रहा है
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