हम आपको बता दें कि डॉ. जी. कौर जो केंद्रीय चिकित्सालय मनेंद्रगढ़ से सेवानिवृत्त होने के पश्चात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में अनुबंध के तहत सितंबर 2020 से सेवा देती आ रही थी जिस पर हाल ही में एक गर्भवती ललिता नामक महिला का ऑपरेशन के माध्यम से डिलीवरी (जचकी) कराने के एवज में ₹11,000/- रुपये की मांग किये जाने की शिकायत पर वास्तविकता की वगैर जांच पड़ताल किए ही विभाग द्वारा तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया गया है। जिस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ. जी. कौर ने बताया कि दिनांक 01/03/2022 को संध्याकालीन एक ललिता नामक गर्भवती महिला ऑपरेशन के माध्यम से अपना डिलीवरी(जचकी) कराने आई थी जिसकी जांच डॉ. जी कौर द्वारा किया जा रहा था जिस दौरान उक्त महिला के अल्ट्रासाउंड से यह पुष्टि हो गई थी कि अभी उसे केवल 8 महीना ही हुआ है तब उसके परिजनों को दोबारा अल्ट्रासाउंड कराने की समझाइश दी गई कारण कि 8 महीने में कोई भी डॉक्टर कैसे ऑपरेशन कर डिलीवरी(जचकी) करा सकता है। जिसके बाद अस्पताल में काफी शोर-शराबा कर जोर-जोर से चिल्लाते हुए नगर पालिका उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी तिवारी सहित अन्य लोग भी आ धमके और डॉ. जी. कौर को धमकाते हुए ऑपरेशन के एवज में ₹11,000/- रुपये मांग करने का आरोप लगा उनसे अभद्र बर्ताव करते हुए FIR दर्ज कराने की धमकी भी दिए इस तरह की धमकी से भयभीत होकर डॉ. जी. कौर ने उक्त घटना की जानकारी मौखिक एवं लिखित रूप में उक्त हॉस्पिटल के मुखिया बीएमओ डॉ. सुरेश तिवारी सहित जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामेश्वर शर्मा बैकुंठपुर को भी दी तथा उक्त तिथि को ही रात्रि करीब 11:00 बजे थाना मनेंद्रगढ़ में उक्त घटना की जानकारी देते हुए डॉक्टर से अवैध बर्ताव किए जाने से शर्मिंदगी बर्दाश्त न कर पाते हुए डॉ. जी. गौर ने नगरपालिका उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी तिवारी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए लिखित रूप में शिकायत दर्ज करा दी गई है लेकिन उक्त शिकायत कितने हद तक सही है जिसकी पुष्टि करने पुलिस ने अभी तक उक्त प्रकरण पर कोई एक्शन नहीं लिया है ऐसा डॉ. जी. कौर का कहना है।
वही सूत्रों द्वारा उक्त घटना के विषय में नगर पालिका उपाध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कई तरह के सवाल उठाते हुए कहा जा रहा है कि यदि उक्त महिला को ऑपरेशन की इतनी जल्दबाजी तड़ातड़ी लगी थी और उक्त ऑपरेशन के एवज में अगर डॉक्टर द्वारा ₹11,000/- रुपये की मांग की गई थी जिस शिकायत कि विभाग द्वारा बिना जांच पड़ताल किये ही एकतरफा कार्यवाही करते हुए डॉ. जी. कौर को निलंबित कर दिया गया । एक एक महत्वपूर्ण सवाल यह उठता है कि यदि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेन्द्रगढ़ में उक्त महिला का ऑपरेशन नही किया गया तो आखिर मनेंद्रगढ़ में संचालित किस हॉस्पिटल में उक्त महिला का ऑपरेशन के माध्यम से डिलीवरी(जचकी) कराया गया क्या नगरपालिका उपाध्यक्ष जी को पता है अगर हो तो लोगों को बताएं कारण कि इस तरह जानकारी के अभाव में किसी डॉक्टर पर तोहमत लगा उसकी छवि धूमिल करना कहां तक उचित है जो लोगों के समझ से परे है इसके अतिरिक्त सूत्रों का यह भी कहना है कि जब उक्त हॉस्पिटल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेन्द्रगढ़ में एक्सपायरी दवाइयां पाई गई थी उस समय नगर पालिका उपाध्यक्ष हॉस्पिटल के मुखिया बीएमओ डॉ. सुरेश तिवारी पर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया उस वक्त क्या उनके मुंह में दही जमा था या फिर मधुमक्खियों ने इन्हें काट खाया था जिससे इनका मुह गुब्बारे की तरह फुला रहा होगा शायद उक्त वजह से ही इनकी बोलती बंद रही होगी।
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