यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट
हम आपको बता दें की चाहे राज्य स्तरीय हो या लोकसभा सहित अन्य क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से गरीब कोई नहीं हो सकता ऐसा सूत्रों का मानना है। कारण की 5 वर्ष कार्यकाल पूर्ण होने पश्चात उन्हें गली, मोहल्लों,टोलों ,सड़क पर उतर वोट हेतु जनता से मिन्नतें करना पड़ता है । यह सभी जानते भी हैं बावजूद इसके अतिरिक्त कार्यकाल समय की अवधि को मद्देनजर न रखते हुए जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जाता आखिरकार ऐसा क्यों न करें भाई जनता ने जो उन्हें उस पद पर विराजमान किया है। जबकि
जनप्रतिनिधियों को सोचना चाहिए कि जनता द्वारा अपना बहुमूल्य वोट दे हमें उस जिम्मेदार गद्दी पर बैठाया है जिसका हम निर्वहन पूर्वक कार्य कर जनता द्वारा दिए गए जिम्मेदारी को कुशलता पूर्वक निभाएं लेकिन जनता को मुलभूत सुविधाओं का वादा कर नहीं निभाते जिससे जनता त्राहि -त्राहि भी हो जाती है । वहीं मूलभूत सुविधा सहित शासन की योजनाओं का जनता तक लाभ पहुंचवाना एवं दिलाना एक जनप्रतिनिधि का कार्य भी होता है और उसकी नैतिक जिम्मेदारी भी बनती है। लेकिन इन सब कार्यों को भुल जनप्रतिनिधि अपने में मस्त दिखाई देते हैं जिसका खामियाजा समय आने पर जनता ऐसे जनप्रतिनिधियों को उनकी गद्दी से उतार सबक सिखा देती है । सुत्र यह भी बताते हैं की जनप्रतिनिधि फिर चाहे कांग्रेस का हो या भाजपा का उक्त सभी को जनता से रूबरू हो जनता के समस्याओं का निराकरण करवा शासन की महत्वाकांक्षी/ महत्वपूर्ण योजनाओं को उन तक पहुंचाना चाहिए जिससे जनता का विश्वास जन प्रतिनिधियों पर कायम हो सके
जनप्रतिनिधि विशेष ध्यान दें .
More News
महिला दिवस के उपलक्ष्य पर इवहेंजेलिकल लूथरन चर्च… द्वारा शानदार गीतों के साथ प्रस्तुति देकर जग के तारणहार प्रभु यीशु को महिमा दी।
एमसीबी जिला शिक्षा अधिकारी का सघन निरीक्षण…
एमसीबी पुलिस ने चोर को भेजा जेल…