सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार एमसीबी जिला सहित अन्य जिले के कुछ तथाकथित पत्रकार यूं कहें चाटुकार जो कोतवाली थाना एमसीबी पुलिस की सड़क दुर्घटना को लेकर अपनी शेखी बघारते थाना प्रभारी सहित पुलिस जवानों कि काबिलियत पर कई तरह के सवाल उठाते हुए यह अफवाह उड़ाते पब्लिक को गुमराह करते फिर रहे कि थाना प्रभारी और पुलिस के जवान पृथक पृथक वाहन से आरोपी को पकड़ने गये थे। जबकि सच्चाई तो यह है कि सिटी कोतवाली थाना प्रभारी सचिन सिंह, सहित एसआई दिनेश चौहान , प्रधान आरक्षक इस्तयाक खान , आरक्षक जितेंद्र ठाकुर, आरक्षक प्रमोद यादव की संयुक्त टीम उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश पर एक ही वाहन से जबलपुर मध्य प्रदेश के नीमच में छुपे आरोपी को पकड़ने गई हुई थी और उक्त आरोपी को पकड़ने में सफल भी हुये जहां से आरोपी को पकड़कर वापस लाते समय उनकी वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटना का शिकार हो गई।जहां कोतवाली थाना प्रभारी सहित समस्त पुलिस स्टाफ घायल हुए हैं। जिनका उपचार भी चल रहा है और वे सभी ईश्वर की कृपा से सही सलामत है।केवल दुर्भाग्यपूर्ण उक्त सड़क दुर्घटना में वाहन चालक की मौत हो गई । उक्त घटना की खबर लगते ही थाना प्रभारी सचिन सिंह से खफा कुछ तथाकथित नशेड़ी पत्रकार खुशी से उछलते हुए पिछवाड़े से पटाखे फोड़ने लगे पता नहीं थाना प्रभारी से उनकी क्या दुश्मनी है जो उनसे इतना काहे खफा है
वही सच्चाई से कोसों दूर तथाकथित पत्रकार बिना कोई साक्ष्य -सबूत के एमसीबी सिटी कोतवाली थाना प्रभारी
के विषय में कह रहे कि थाना प्रभारी अलग वाहन से गये थे इसलिए बच गए नहीं तो वाहन चालक सहित वो भी निपट जाते। लेकिन गौर करने वाली बात है कि अगर थाना प्रभारी अलग गाड़ी में बैठे हुए थे तो उनको चोट कैसे लगी ??? और सवाल उठाने वालों को कैसे पता चला कि पुलिस की 2 वाहन गई थी क्या वे सब घटना स्थल पर मौजूद थे ??? जबकि उन्हें यह सोचना चाहिए कि अगर कोई पुलिस स्टाफ घायल है तो उनकी मदद की जाए लेकिन यहां तो पुलिस पर ही प्रश्नचिन्ह लगा ऐसे तथाकथित पत्रकार देश के चौथे स्तंभ का नाम भी खराब करने से नहीं चूकते। जबकि सिटी कोतवाली प्रभारी सहित संयुक्त इसी पुलिस टीम के द्वारा कोविड-19 जैसे महामारी के दौर में जब लोग अपने घरों से नहीं निकलते थे उस वक्त थाना प्रभारी सचिन सिंह सहित संयुक्त पुलिस स्टाफ गरीब, असहाय लोगों के घरों में प्रतिदिन भोजन पहुंचाने का बीड़ा उठाया था जिसकी तारिफ भी चारों ओर खुब हुई थी । लोगों ने दिल से इन्हें सराहा था। वहीं जनता और पुलिस के बीच कैसा संबंध होना चाहिए उसका परिचय कोरोना काल से अबतक थाना प्रभारी देते आ रहे हैं। जिससे आज शहर में शांति का माहौल कायम है।
लेकिन अंधों को दिखाई नहीं दे रहा
केवल उक्त तथाकथित नशेड़ी पत्रकार जो नशे की पूर्ति के लिए नशे के कारोबारियों को सपोर्ट करते आ रहे थे लेकिन नशे के विरुद्ध एमसीबी पुलिस की ताबड़तोड़ कार्यवाही से
उनके नशे के सभी जुगाड बंद हो जाने के कारण से खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हालत में बेचारे क्या करें। उक्त वजह से ही सिटी कोतवाली थाना मनेंद्रगढ़ पुलिस की छवि खराब करने इस तरह की घटिया हरकत करते रहते हैं ।
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