प्रधान संपादक की कलम से ✍️
हम आपको बता दें कि दिनांक 5/5/2022 को जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा डीलिस्टिंग महा रैली का आयोजन कर दोपहर 1:00 बजे से बनवासी कल्याण आश्रम छात्रावास ग्राम चैनपुर से महारैली प्रारंभ करते हुए बस स्टैंड, गांधी चौक, हजारी होटल, गुरुद्वारा और जैन मंदिर से हो कर सरस्वती शिशु मंदिर मैदान मनेंद्रगढ़ में उक्त कार्यक्रम जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मान.गणेश राम भगत और केंद्रीय टोली सदस्य नरेंद्र मरावी की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ तथा उक्त डीलिस्टिंग महा रैली का मुख्य उद्देश ऐसे आदिवासी जो आरक्षण का लाभ प्राप्त कर अपना धर्मांतरण कर चुके उक्त आदिवासियों का आरक्षण खत्म करा आरक्षण सूची से उनका नाम खारिज कराने डीलिस्टिंग महारैली निकाली गई थी जिसमें जिला संयोजक हंसराज सिंह उरेटी सहित कोरिया जिले के समस्त जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे वही उक्त महारैली का विरोध करते आरक्षण प्राप्त धर्मांतरण किए आदिवासियों में से कुछ ने अपना नाम न बताने की शर्त पर उक्त जनजाति सुरक्षा मंच पर कई तरह के सवाल उठाते हुए छत्तीसगढ़ लाइंस न्यूज़ को जानकारी देकर बताया कि अधिकांश उरांव जाति के लोग ही है जो दूर दराज मे शिक्षा से वंचित कोसों दूर पड़े थे जिनका जीवन अंधकार मय था जो दो जून की रोटी को तरस रहे थे जिन्हे भूखे पेट तक सोना पडता था ऐसे संकट के समय मे धर्म का एक भी ठेकेदार उनकी सुध लेने नहीं आया उस वक्त सभी धर्म के ठेकेदार शायद मर चुके थे तब उक्त संकट की घड़ी में मिशनरियों ने उन पर दया करुणा दिखाते हुए उनकी मदद को हाथ बढ़ा उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, डिसिप्लिन देकर इस योग्य बनाया और बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा एससी,एसटी, ओबीसी हेतु बनाये गए आरक्षण के तहत आज आईएएस ऑफिसर से लेकर न्यायाधीश तक बनाए गए वह सब बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सहित मिशनरियों की देन है,किसी धर्म के ठेकेदार कि नहीं इसके साथ ही उन्होंने उक्त महारैली की घोर निंदा करते हुए यह भी बताया कि दलितों के मसीहा बाबासाहेब अंबेडकर संविधान निर्माता जिन्होंने संविधान के आर्टिकल 25’26 के तहत किसी भी व्यक्ति याने प्रत्येक भारतीय को धर्म चुनने और उस धर्म का प्रचार प्रसार करने की स्वतंत्रता ( आजादी) हमें दी है वह r.s.s. जैसे अन्य धर्म के ठेकेदारों को रास नहीं आ रहा उन्हें और कोई मुद्दा नहीं मिल रहा तो अपनी राजनीतिक रोटी सेकने हमारे ही आदिवासी भाई -भाई को आपस में लड़ाना चाहते हुए बड़े षड्यंत्र के तहत कम पढ़े लिखे आदिवासी भाइयों को गुमराह दिग्भ्रमित कर उन्हें मोहरा बना उनके ही हाथों से आरक्षण को खत्म करा संविधान को मिटाने का प्रयास कराने में आर एस एस का ही हाथ है ऐसा बताया जा रहा है जबकि गौर करने वाली बात है कि जिस मनुवादी व्यवस्था ने पूर्व से ही एससी,एसटी ओबीसी को अनेकों तरह से प्रताड़ित किया उसे 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया उस समय आदिवासियों के हितेषी धर्म के ठेकेदारों का मुंह क्यों बंद रहा उन्होंने उसका विरोध क्यों नहीं किया क्या किसी ने उनके मुंह को सुजे से सिल रखा था जो उस समय उनकी बोलती बंद थी और आज अपने ही भाइयों से युद्ध करने गुमराह होकर निकल पड़े क्या हमारे भाई हमें फिर से पुराने परंपराओं अंधविश्वास और पुराने गेटअप(लगोटी )में वापस धकेलना चाहते हैं क्या उन्हें हमारी तरक्की रास नहीं आ रही हमारे आदिवासी भाई आर एस एस के चक्कर में आकर गलतफहमी के शिकार हो कर मानसिक रोगी हो गए ऐसा प्रतीत होता है अरे भाई हमने धर्म परिवर्तन नहीं मन परिवर्तन किया है ईसाई कोई धर्म नहीं प्रभु यीशु मसीह इस दुनिया में किसी को ईसाई बनाने नहीं आए थे वह तो प्रेम का संदेश देने इस जगत के सभी लोगों का उद्धार करने आए थे किसी व्यक्ति विशेष जाति और धर्म के लोगों के लिए नहीं कारण की नया नियम पवित्र शास्त्र बाइबल के यूहन्ना नामक पुस्तक के अध्याय 3:16 पृष्ठ संख्या 140 मे साफ लिखा हुआ है कि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम किया कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया अर्थात यीशु मसीह को ताकि जो कोई उस पर विश्वास करें वह नाश ना हो परंतु अनंत जीवन पाए इसी तरह नया नियम पवित्र शास्त्र बाइबल के रोमियो नामक पुस्तक के अध्याय 10:9 पृष्ठ संख्या 240 में यह भी लिखा है कि यदि तू अपने मुख से यीशु को प्रभु जानकर अंगीकार करें और अपने मन में यह विश्वास करें कि परमेश्वर ने उसे मृतकों में से जीवित किया तो तू उद्धार पाएगा लेकिन आज लोग पवित्र शास्त्र बाइबल को नहीं पड़ने के कारण से परमेश्वर की महिमा से रहित हो चुके हैं उन्हें प्रत्येक धर्म ग्रंथों के अध्ययन के साथ -साथ बाइबल का भी अध्ययन करना चाहिए ताकि उन्हें सच्चाई का पता चल सके लेकिन लोग बाइबिल का अध्ययन करना चाहते ही नहीं शायद इसलिए आज वे सच्चाई से कोसों दूर हैं उन्हें इस बात का डर है की कहीं बाइबल पढ़ने से उनका धर्मांतरण हो जाएगा जबकि उन्हें मालूम नहीं की यीशु नहीं करता है धर्म परिवर्तन प्रभु यीशु करता है जीवन परिवर्तन इसलिए भाइयों सचेत रहो कि तुम्हें कोई भरमाने न पाए कहीं यूक्रेन जैसी हालत न हो जाए कारण कि यूक्रेन ने अपनी सुरक्षा हेतु सबसे पावरफुल बनाए गए परमाणु हथियार को इसी तरह बहकावे में आकर नष्ट कर दिया था जिसका परिणाम वह भुगत रहा है इसलिए आरक्षण को बरकरार रखते हुए सविधान को मिटाने का प्रयास न करे कारण कि देश धर्म और जाति से नहीं सविधान से चलता है
More News
जांच टीम की मांग पर सबूत पेश कार्रवाई कर जांच टीम….दे मर्दानगी का परिचय
कलेक्टर अधीन कर्मचारी अमित कुमार चौहथा सहित….2 साथीगण संतोष लालपूरे, सुरेंद्र खुदीशा के विरुद्ध कार्रवाई हेतु जन दर्शन में हुई शिकायत दर्ज…
रेलवे के अधिकारी चतुर्थ श्रेणी रेल कर्मचारियों से घरेलू कार्य करा….रेल प्रशासन को लगा रहे प्रतिमाह लाखों का चुना…