पटाको के धमाके तो कुछ क्षण तक के लिए होते हैं। लेकिन कलम का धमाका शदियों शदियों तक रहता है। बाबा साहेब के बनाए संविधान की तरह… पत्रकार बंधु पटाको से नही … कलम से धमाका करे।।।
पटाको के धमाके तो कुछ क्षण तक के लिए होते हैं। लेकिन कलम का धमाका शदियों शदियों तक रहता है। बाबा साहेब के बनाए संविधान की तरह… पत्रकार बंधु पटाको से नही … कलम से धमाका करे।।।
More News
जांच टीम की मांग पर सबूत पेश कार्रवाई कर जांच टीम….दे मर्दानगी का परिचय
कलेक्टर अधीन कर्मचारी अमित कुमार चौहथा सहित….2 साथीगण संतोष लालपूरे, सुरेंद्र खुदीशा के विरुद्ध कार्रवाई हेतु जन दर्शन में हुई शिकायत दर्ज…
रेलवे के अधिकारी चतुर्थ श्रेणी रेल कर्मचारियों से घरेलू कार्य करा….रेल प्रशासन को लगा रहे प्रतिमाह लाखों का चुना…