February 6, 2025

Chhattisgarh Lions

छत्तीसगढ़ लायंस

छ.ग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ सहित छ.ग प्रदेश जीवनदीप कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले एमसीबी जिले में हड़ताल जारी…

यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट

पाठकों को बताना चाहेंगे कि छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ डाक्टरों एवं स्टाफ नर्सों द्वारा संयुक्त रूप से मोर्चा खोल हड़ताल पर चले जाने की वजह से इन दिनों स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हो चुकी है।कारण कि मनेन्द्रगढ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं कोयलांचल क्षेत्र तथा ब्लाक स्तर तक उक्त आंदोलन का असर प्रभावित कर चुका है। उक्त वजह से कभी भी जा सकती है किसी भी मरीज की जान ऐसा बताया जा रहा है। उक्त संबंध में हड़ताल पर बैठे अरूण ताम्रकार जिला अध्यक्ष छ.ग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा मिडिया से रूबरू होते हुए जानकारी साझा कर बताया कि- छ.ग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी के बैनर तले पुरे छ.ग में लगभग 70 हजार से ज्यादा कर्मचारी अपनी 24 सुत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन में है।जिसमें हमारी मुख्य मांगे हैं कि 1- केन्द्रीय स्वास्थ्य कर्मचारियों के समान छ.ग के स्वास्थ्य कर्मचारियों को वेतन मिले 2-
24×7 डियूटी करने के कारण पुलिस विभाग की भांति 13 महीने का वेतन मिले 3-विभाग में जो संविदा कर्मचारी हैं उनको नियमितीकरण किया जाये 4- प्रत्येक वर्ष उनका C.R लिखा जाता है।और खराब करके उनको सेवा से निकाल दिया जाता है तो उसके लिए 62 वर्ष सेवा गारंटी दिया जाये जैसे आदि अन्य मांगों को लेकर हड़ताल जारी है।और जो हमारे जीवन दीप समिति के कर्मचारी हैं । सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी इनको नियमित किया जाये उक्त सभी मांगों को लेकर के हम हड़ताल पर हैं।आगे इसी क्रम में कहा कि अस्पताल के कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से निश्चित रूप से सामुदायिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हुई है।और जो आने वाले मरीज हैं ।उनको समस्या का सामना करना पड़ा है।इसके लिए पुरे स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हम खेद व्यक्त करते हैं।हम चाहते नही थे कि ये आंदोलन करना पड़े लेकिन पिछले लगभग 15 वर्षों से लगातार शासन-प्रशासन विभागीय मंत्रियों, मुख्य मंत्रियो से मुलाकात पत्राचार से आंदोलन किया गया लेकिन हमारी बातो को नकारा गया तब जाकर मजबूर होकर के हम लोगों को आंदोलन करना पड़ रहा है।मांग पुरी नहीं होने पर कहा कि अभी तो प्रांतीय आह्वान पर अनिश्चितकालीन आंदोलन चल रहा है। लगातार जो हमारे विधायक प्रतिनिधि है।और जनप्रतिनिधि है, एवं मंत्री है।उनसे बातें भी चल रही है अगर सहमति बनती है। प्रांतीय स्तर पर तब ये‌ हड़ताल समाप्त होगी और अगर सहमति नहीं बनती है।और हमारे मांगों को पुरा नही किया जाता है तो आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा

अब देखना यह होगा कि आखिरकार सरकार स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांग पुरी करती है या फिर यूं ही स्वास्थ्य व्यवस्था ठप होता रहेगा ???