February 6, 2025

Chhattisgarh Lions

छत्तीसगढ़ लायंस

धर्मांतरण का झूठा आरोप लगा पुलिस प्रशासन को गुमराह कर शांति भंग कराने का प्रयास … करने वालों को मुंहतोड़ जवाब

पाठकों को बताना चाहेंगे कि इन दिनों छत्तीसगढ़ राज्य ही नहीं संपूर्ण भारत देश में जगह-जगह प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास करने वाले चाहे sc.st.obc या अन्य समुदाय के लोगों पर किसी न किसी रूप में सताव जारी है ।उक्त विषय में एमसीबी जिला क्षेत्र के प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास करने वाले दलित एससी, एसटी ,ओबीसी लोगों ने अपना नाम न बताने की शर्त पर जानकारी देकर बताया कि इस देश में कुछ ऐसे लोग हैं ।जो बेरोजगार जिनके पास कोई काम धंधा नहीं है ।वही लोग धर्म का ढोग -ढकोसला दिखा धर्म के ठेकेदार बन गए जिनको शायद अपने धर्म ग्रंथों के ए .बी .सी .डी तक मालूम नहीं होगी और न ही उन्हें भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25,26,27,28 जिसमें अतः करण की और धर्म की आबाद रूप से मानने ,आचरण और प्रचार करने की स्वतंत्रता, धार्मिक कार्यों की प्रबंध की स्वतंत्रता,किसी विशिष्ट धर्म की अभिवृद्धि के लिए करो के सदाय के बारे में स्वतंत्रता,कुछ शिक्षा संस्थाओं में धार्मिक शिक्षा या धार्मिक उपासना में उपस्थित होने के बारे में स्वतंत्रता भारतीय नागरिकों को अधिकार प्राप्त है। इसके बावजूद भारत को जोड़ने के बजाए भारत को टुकड़े-टुकड़े करने में लगे हुए हैं वही जीवन को बदल देने वाली प्रभू यीशु द्वारा दी गई 10 आज्ञाओं के बारे में भी उन्होंने बताया जो इस प्रकार है। तु मुझे छोड़ दुसरो को ईश्वर करके न मानना, तु अपने लिए कोई मुर्ति खोद कर न बनाना, तू अपने परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना ,तू अपने माता-पिता का आदर करना जिससे तू प्रथ्वी पर बहुत समय तक जीवित रह सके, तू खून न करना ,तू चोरी न करना,तू परिस्त्रि गमन न करना,तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना और उसकी किसी भी वस्तु की लालच न करना आदि शिक्षा लोगों को दी जाती है।ताकि लोगों को सही मार्ग मिल सके लेकिन उक्त में से किसी संगठन के द्वारा एमसीबी जिले के शांत माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करते हुए ग्रामीण क्षेत्र के भोले -भाले आदिवासी भाइयों को बरगलाकर उनका धर्मांतरण किया जा रहा है इस तरह का बेबुनियाद झूठे आरोपों के तहत धर्मांतरण पर रोक लगाए जाने कार्यवाही करने पुलिस अधीक्षक एमसीबी को ज्ञापन सौंपा गया है जबकि उक्त प्रकरण कितने हद तक सही है ज्ञापन देने वालों के नाम से ही पता चल रहा है ।कारण की अगर वास्तव में उक्त संगठन आदिवासियों का हितैषी होता तो संगठन में आदिवासियों को भी रखते लेकिन ज्ञापन देने वालों में एक भी आदिवासी सदस्य नहीं है ।सभी गैर आदिवासी हैं और एक अहम मुद्दे की बात तो यह भी है कि अगर आदिवासी हिंदू होते तो ब्राह्मण , ठाकुर,छत्रिय उनसे रोटी -बेटी क्यों नहीं करते भाई यह भी एक प्रश्न का विषय बना हुआ है केवल वोट लेने के समय ही sc-st को हिंदू बताया जाता है और सत्ता पर आते ही उनके सिर पर मुतवाते हैं ।तो आदिवासी हिंदू कैसे??? भाई जबकि इतिहास गवाह है किसी भी ईसाई के द्वारा किसी भी व्यक्ति को बंदूक दिखाकर या तलवार की नोक पर डरा धमकाकर उनका धर्मांतरण नहीं किया जाता और ना ही पैसे देकर ???धर्मांतरण का आरोप लगाने वालों को पवित्र शास्त्र बाइबल का पहले गहराई से अध्ययन करना चाहिए ताकि सच्चाई का पता चल सके लेकिन वे तो बाइबल को पढ़ने के बजाय फाड़ कर फेंक देते और जला भी देते हैं। अगर एक बार पढ़ लेते तो जान जाते की प्रभु यीशु मसीह इस जगत में किसी का धर्म परिवर्तन करने नहीं आए थे वे तो लोगों में प्रेम, मोहब्बत बांटने और उनको पापों की क्षमा देने मन फिराव का प्रचार करते हुए समस्त मानव जाति को नया जीवन देने आए थे। उन्होंने कभी भी गोरे काले में रंग-भेद नहीं किया यह कहा कि जो कोई याने किसी भी जाति धर्म का व्यक्ति अपने मुख से यीशु को प्रभु जानकर अंगीकार करें और अपने मन में यह विश्वास करें की परमेश्वर ने उसे मृतकों में से जीवित किया तो वह उद्धार पाएगा, क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है परंतु परमेश्वर का वरदान प्रभु यीशु मसीह मे अनंत जीवन है ।और उसी वजह से लोग आज बड़े तेजी से प्रभु यीशु के अनुयाई (फालोवर्स)होते जा रहे /यीशु ने यह भी कहा की मार्ग सत्य और जीवन मैं ही हूं !!वही युग के अंत का चिन्ह कैसा होगा आज से 2000 वर्ष पहले यीशु के चेलों ने उनसे पूछा उक्त दौरान यीशु ने उनसे कहा तुम इन विशाल भवनों को देखते हो एक पत्थर भी पत्थर पर ना छूटेगा जो ढाया ना जाएगा सावधान रहो कोई तुम्हें धोखा ना दे अनेक मेरे नाम से यह कहते हुए आएंगे कि मैं वही हूं और वे बहुतों को धोखा देंगे जब तुम लड़ाई की चर्चा और लड़ाईयो की अफवाहे सुनो तो भयभीत न होना कारण की इन बातों का होना अवश्य है।फिर भी उस समय अंत ना होगा क्योंकि एक जाति के विरुद्ध दूसरी जाति और राज्य के विरूध दूसरा राज्य उठ खड़ा होगा बहुत से स्थानों पर भूकंप आएंगे और अकाल पड़ेंगे यह सब बातें पीड़ाओं का आरंभ ही होगी परंतु तुम सावधान रहो क्योंकि लोग तुम्हें कचहरियो में सौंपेंगे और अपने आराधनालयों में कोड़े मारेंगे और तुम मेरे कारण राज्यपाल और शासक के सामने खड़े किए जाओगे ताकि उनके सम्मुख साक्षी हो और अवश्य है कि इससे पहले सुसमाचार सब जातियों में प्रचार किया जाए मेरा नाम लेने के कारण लोग तुम से घृणा करेंगे लेकिन अंत तक जो धीरज घरेगा उसी का उद्धार होगा/प्रभु यीशु मसीह ने अपने वचन में यह भी कहा की उनसे मत डरो जो शरीर को घात करते हैं आत्मा को घात नहीं कर सकते वरन् उससे डरो जो आत्मा और शरीर दोनों को नर्क में नष्ट कर सकता है। इसलिए धर्म के ठेकेदार भाइयों को धर्मांतरण का आरोप लगाने से पहले पवित्र शास्त्र बाइबल का गहराई से अध्ययन करना चाहिए जो अंधेरे में तीर चलाते हुए बेगुनाह लोगों को प्रताड़ित करने से बाज नहीं आ रहे अरे भाई धर्म जाति में कुछ नहीं रखा गरीबी से उबारने देश के विकास पर जोर देते हुए संविधान की रक्षा करने और देश में अमन चयन शांति कायम रखने हर संभव प्रयास करते रहना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए ना कि धर्मांतरण का घटिया मुद्दा लिए पागलों की तरह धर्मांतरण ,धर्मांतरण करते हुए अपना और शासन – प्रशासन का कीमती समय नष्ट करते फिरते हुए अपनी छिछालेदर कराते रहे