पाठकों को बताना चाहेंगे कि सीधी जिला का एक शर्मनाक मामला जहां सारी हदें पार करते हुए सीधी जिले का सत्ता के नशे में चूर एक हरामखोर तत्व ने एक आदिवासी युवक के ऊपर सरेआम पेशाब कर अपनी घटिया मानसिकता का परिचय देकर इंसानियत को शर्मसार कर दिया जिससे पूरे देशवासी आहत हुए जबकि यह सीधी जिला जो कुंवर अर्जुनसिंह म.प्र के मुख्यमंत्री रहे उनकी लम्बी समय की राजनीति की वजह से सीधी जिला का नाम देश के कोने-कोने तक के लोग जानने लगे थे वहीं महज 2 दिन पुर्व ही इस फेमश जिले की छवि को उक्त सत्ता का नशेड़ी प्रवेश शुक्ला ने धुमिल कर दिया याने मटिया मेट करके धर दिया आखिर इस तरह की घटिया इंसानियत को शर्मसार करने वाली हरकत करके उक्त तत्व क्या साबित करना चाहता था।उसकी क्या मंशा थी यह जानने की किसी ने भी कोशिश नहीं कि लेकिन इस तरह कि हरकत करने वाले तत्व को ऐसी सजा मिलनी चाहिए जो सदियों सदियों तक किसी अन्य की हिम्मत न पड़े व इस तरह की हरकत करने से पहले बार -बार सोचने को मजबूर हो और उसकी रुहे काप उठे वहीं गौर करने वाली बात है कि इस देश की महामहिम राष्ट्रपति आदिवासी होते हुए उक्त मामले में बिना कोई प्रतिक्रिया दिखाएं खामोश बैठी आदिवासी पे जुल्म होते देख रही है। लेकिन मामा मुख्यमंत्री मान. शिवराज सिंह चौहान को दाद देनी पड़ेगी जो उक्त मामले में त्वरित ऐक्शन लेते हुए पार्टी की गरिमा को बनाए रखने उक्त तत्व प्रवेश शुक्ला को गिरफतार करवा कर उसके घर पर बुलडोजर चलवाया साथ ही पीड़ित आदिवासी पर सहानुभूति जताते हुए दुःखी मन से पीड़ित को माला पहिना साल ओढ़ा उसके पैर धोकर उसे अपने साथ बैठाकर भोजन करा इंसानियत की मिशाल कायम करते हुए कड़े तेवर के साथ ट्वीट कर कहा कि किसी भी नागरिक के साथ इस तरह की बदसलूकी हरगिज बर्दाश्त नहीं होगी हर नागरिक का सम्मान मेरा सम्मान है । लेकिन उक्त पीड़ित आदिवासी को मुआवजा दिलाने की बात अभी तक नहीं कि गई है।
संपादक की कलम से
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