December 12, 2024

Chhattisgarh Lions

छत्तीसगढ़ लायंस

मनेंद्रगढ़ निवासी फ्लाइट लेफ्टिनेंट माहामहिम राष्ट्रपति के हाथों हुए सम्मानित… नगर वासियों में दौड़ी खुशी की लहर…

यीशै दास जिला ब्यूरो चीफ की रिपोर्ट

मनेंद्रगढ़ की माटी में जन्मे , पले बढ़े फ्लाइट लेफ्टिनेंट डी .रविंद्र .राव (35147) पायलट जो एक फाइटर स्क्वाद्रन में तैनात हैं को 15 अगस्त 2022 स्वतंत्रता दिवस पर देश की महामहिम राष्ट्रपति महोदया द्वारा वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया गया फ्लाइट लेफ्टिनेंट डी रविंद्र राव का जन्म मनेंद्रगढ़ के रेलवे कॉलोनी में निज निवास में रहने वाले श्री डी गोपाल राव एवं श्रीमती डी ज्योति राव के यहां 11 अगस्त 1993 को सेंट्रल हॉस्पिटल मनेंद्रगढ़ में हुआ था उनकी शिक्षा प्री .प्राथमिक खालसा स्कूल मनेंद्रगढ़ एवं मिडिल तथा मैट्रिक शिक्षा सेंट्रल स्कूल झगड़ाखाड तथा मनेंद्रगढ़ में हुई हायर सेकेंडरी उन्होंने हैदराबाद से किया जहां उनका चयन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के लिए हो गया और वे 2012 में खड़कवासला पुणे में प्रवेश लिए 2015 में उन्हें राष्ट्रपति कमीशन से फ्लाइंग ऑफिसर नियुक्त किया गया वर्तमान में श्री रविंद्र राव स्क्वाद्रन लीडर फाइटर पायलट के रूप में अंबाला में पदस्थ हैं जो सेना के जगुआर फाइटर प्लेन के माध्यम से देश की रक्षा में संलग्न है
वायु सेना पदक दिए जाने की प्रेस विज्ञप्ति में रक्षा मंत्रालय ने उल्लेख किया है कि 6 नवंबर 2021 को फ्लाइट लेफ्टिनेंट रविंद्र राव एक डिटैचमेंट के हिस्से के रूप में एक जगुआर विमान को दूसरे बेस पर ले जा रहे थे तभी बेस पर उतरते ही उन्होंने एक धमाके की आवाज सुनाई दी जो बेस पर उतर रहे दूसरे जगुआर विमान जो दुर्घटनाग्रस्त हो रहा था और फिसल कर रनवे से बाहर हो गया था । लेफ्टिनेंट डी.रविंद्र राव ने देखा कि विमान उल्टा हो गया है एवं छत का एक हिस्सा टूट गया है दोनों इंजन चल रहे हैं पायलट घायल है और सीट से बंधा हुआ है लेफ्टिनेंट डी रविंद्र राव ने अपने ऊपर गर्म पानी और अग्निशामक से प्रवाहित कार्बन डाई ऑक्साइड फोम की परवाह न करते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर रेंग कर घायल पायलट तक पहुंचे और पायलट को बाहर निकाल कर स्ट्रेचर पर बांधने में बचाव दल की मदद की ।फ्लाइट लेफ्टिनेंट डी रविंद्र राव ने अपने जीवन के लिए प्रत्यक्ष खतरे का सामना करने के लिए असाधारण साहस एवं वीरता दिखाई वह अपनी सामान्य ड्यूटी की जिम्मेदारियों से बहुत आगे निकल गए ।आधे बेहोश हो चुके पायलट के बचाव में व्यक्तिगत रूप से खुद को शामिल किया और पुरे बचाव अभियान को प्रभावी ढंग से पूरा करने में बचाव दल की सहायता एवं मार्गदर्शन किया। असाधारण साहस के इस कार्य के लिए फ्लाइट लेफ्टिनेंट डी रविंद्र राव को वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया गया जो मनेंद्रगढ़ नगर ही नहीं समूचे छत्तीसगढ़ के लिए गौरवपूर्ण एवं प्रेरणादाई है।

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